♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquir...
⚡ आचार्य प्रशांत से जुड़ी नियमित जानकारी चाहते हैं?
व्हाट्सएप चैनल से जुड़े: https://whatsapp.com/channel/0029Va6Z...
आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...
आचार्य प्रशांत के काम को गति देना चाहते हैं?
योगदान करें, कर्तव्य निभाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/contri...
आचार्य प्रशांत के साथ काम करना चाहते हैं?
संस्था में नियुक्ति के लिए आवेदन भेजें: https://acharyaprashant.org/hi/hiring...
➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant
वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 21.9.19, अहमदाबाद, गुजरात , भारत
प्रसंग:
वेदानां सामवेदोऽस्मि देवानामस्मि वासवः।
इन्द्रियाणां मनश्चास्मि भूतानामस्मि चेतना ॥
मैं वेदों में सामवेद हूँ, देवों में इंद्र हूँ, इंद्रियों में मन हूँ और भूत प्राणियों की चेतना अर्थात् जीवन-शक्ति हूँ ॥
~ श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय 10, श्लोक 22)
~ उच्चतम इंद्री कौनसी?
~ मन अधूरेपन में क्यों जीता है?
~ हम इस अधूरेपन को कैसे दूर करें?
~ मन और चेतना में क्या अंतर है?
~ क्या मन हमारे अनुसार चलता है या यंत्रवत होता है सबकुछ?
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~~~~~~~~~